अवैध लकड़ी तस्करी करते ट्रक को ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग ने पकड़ा......

वहीं दिनांक 23 मई को दोपहर लगभग 12 बजे जनकपुर के मनेंद्रगढ़ तिराहा में एक ट्रक में लोड लकड़ी देखी गई जिस ट्रक को त्रिपाल से ढका हुआ था। ग्रामीणों द्वारा जब ट्रक चालक से दस्तावेज मांगे गए तो ट्रक चालक द्वारा एक आम के पेड़ की बिक्री का कागज दिखाया गया और परिवहन के लिए ग्राम पंचायत भगवानपुर द्वारा उत्तर प्रदेश के हापुड में परिवहन का कागज दिखाया गया। इसके बाद उक्त ट्रक क्रमांक सीजी 04 पीए 5958 को जनकपुर के काष्टागार में खड़ा करवा दिया गया है।
इस प्रकार के दस्तावेज से होती है तस्करी
ट्रक पकड़ाने के बाद अब लकड़ी तस्कर ने टीपी काटनें के लिए वन विभाग से आवेदन किया है। अब देखना दिलचस्प होगा की वन विभाग टी.पी काटता है या पिउआर करता है।यदि वन विभाग द्वारा स्थल निरीक्षण होता है तो पता चलेगा कि ये फलदार वृक्ष आंधी तूफान से नहीं गिरे बल्कि आरा मशीन से इन पेड़ों को काटा गया है। ग्राम पंचायत नेंरूआ के आश्रित ग्राम करचा निवासी धर्मपाल ने बताया कि मेरे खेत में पांच आम के पेड़ और एक जामुन का पेड़ था जिसे ठेकेदार ने काट दिया जिसके एवज में मुझे मात्र तीन हजार रुपए ही दिए। आम की लकड़ी ठेकेदार ले गया और जामुन की लकड़ी कुछ दिन बाद ले जाने को कहा है।
ग्राम पंचायत घघरा निवासी पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि मेरे आम के पेड़ को रात के अंधेरे में ठेकेदार मशीन से पेड़ काट रहा था। तब हम लोग आए तो देखें की पेड़ कट चुका था। जबकि पूरे पेड़ में छोटे-छोटे आम के फल लगे हुए थे।
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