जनपद क्षेत्र भरतपुर में 6 कोरिया नीर जिसमें पांच खराब, ग्रामीण कर रहे कोरिया नीर बनवाने की मांग...

Madan Tiwari

 जनपद क्षेत्र भरतपुर में 6 कोरिया नीर जिसमें पांच खराब, ग्रामीण कर रहे कोरिया नीर बनवाने की मांग...

 शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एमसीबी जिले के जनपद क्षेत्र भरतपुर अंतर्गत 6 कोरिया नीर वर्ष 2017-18 में स्थापित किए गए थे। क्षेत्र के पांच कोरिया नीर वाटर एटीएम अब बदहाली की स्थिति में पहुंच चुकी है। प्रति यूनिट को तैयार करने का खर्च लगभग 6 लाख रुपए लगा था। 6 कोरिया नीर में मात्र एक नगर पंचायत जनकपुर का कोरिया नीर चालू है, प्रभारी यूसुफ खान ने कहा की जनकपुर के कोरिया नीर को भी मरम्मत की आवश्यकता है।

जनपद पंचायत भरतपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कुवांरपुर,कोटाडोल, बहरासी,माडीसरई, भगवानपुर में कोरिया नीर पुरी तरह बंद पड़ा है। इस भीषण गर्मी में ग्रामीणों को ₹1 में 5 लीटर शुद्ध पीने का पनी मिलता था। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों मे स्वच्छ पानी पीने के लिए अब हैंडपंप का सहारा लेना पड़ता है। ग्राम पंचायत भगवानपुर और ग्राम पंचायत माडीसरई का कोरिया नीर वर्षों से बिगड़ा हुआ है। ग्रामीणों द्वारा कई बार ग्राम पंचायत को सूचना देने के बावजूद भी कोरिया नीर नहीं बना।

ये कोरिया नीर बैंगलुरू के मॉडल को आधार बनाकर तत्कालीन कलेक्टर एस. प्रकाश द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई थी, ताकि, जल जनित बीमारियों से राहत मिल सके और लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके।लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और देखरेख के अभाव में यह योजना अब पूरी तरह दम तोड़ती नजर आ रही है। कोरिया नीर को पी.एच.ई विभाग ने बनवाकर ग्रामपंचायत को हैंडओवर कर दिया था।

  मामले में भगवानपुर निवासी राकेश बर्मन और सनी सिंह बघेल का कहना है कि हमारे गांव का कोरिया नीर विगत कई वर्षों से बिगड़ा हुआ है। शासन की इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। इस कोरिया नीर को जल्द से जल्द बनवाया जाए। जिससे ग्रामीणों को शुद्ध पीने का पानी मिल सके। 

बहरासी निवासी मानसिंह कंवर का कहना है कि उनके यहां के कोरिया नीर को बनवाया जाता है, मगर कुछ दिनों में फिर कोरिया नीर खराब हो जाता है, लगभग 1 महीने से बहरासी का कोरिया नीर खराब है।

 ग्राम पंचायत कुवांरपुर निवासी राम आश्रय पांडे ने बताया कि हमारे यहां का कोरिया नीर 3 साल से खराब है। पीने का पानी के लिए ग्रामीण कोरिया नीर पर निर्भर थे। मगर अब हैंडपंप का लाल पानी पीने को मजबूर है।

कोटाडोल क्षेत्र के गणेश सिंह और माडीसरई के राजा तिवारी ने बताया कि गांव के कुछ हैंड पंप का पानी साफ नहीं आता है, आयरन युक्त पानी आता है। यदि कोरिया नीर बना होता तो ग्रामीणों को ₹1 में ही पीने का पानी मिल जाता। ग्रामीणों कि मांग है कि क्षेत्र के पांचों कोरिया नीर को सुधरवाया जाए, जिससे ग्रामीण को कम पैसे में शुद्ध पीने योग्य पानी मिल सके।

जनपद पंचायत भरतपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह राठौर ने कहा की मिस्त्री को भेज कर दिखवा लेता हूं। यदि बड़ा खर्च होगा तो प्रस्ताव बनवाना पड़ेगा। यदि गांव में लोग कोरिया नीर का उपयोग कर रहे हैं तो उसे बनवाया जाएगा। और यदि कोरिया नीर की उपयोगिता उस गांव में नहीं है तो उसे अन्यत्र लगवाया जाएगा।

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