मां ने अपनी जान देकर अपने बच्चों की जान बचाई, हाथी ने महिला को कचरा ,ग्रामीण ने कहा हाथी निगरानी दल ने नहीं किया था सचेत........

Madan Tiwari

 मां ने अपनी जान देकर अपने बच्चों की जान बचाई, हाथी ने महिला को कचरा ,ग्रामीण ने कहा हाथी निगरानी दल ने नहीं किया था सचेत........

 एमसीबी जिला के पार्क परीक्षेत्र जनकपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत ढाब में 6 अक्टूबर की रात 9:00 बजे घर में अपने दो बच्चों के साथ सो रही मां की सुझबूझ ने अपनी जान देकर अपने दो बच्चों की जान बचा ली। जहां ग्रामीणों ने बताया इतवरिया (पति हरि सिंह) अपने दो बच्चे जानकी उम्र 4 वर्ष और रामकली उम्र 2 वर्ष के साथ घर के अंदर सो रही थी,तभी रात 9 बजें के आसपास अचानक हाथी ने घर तोड़ने लगा। इतवरिया ने देखा कि हाथी घर तोड़ रहा है साथ में सो रहे दोनों बच्चों को गोद में उठाकर घर के बाहर भागी तभी हाथी ने इतवरिया पर हमला कर दिया। मां ने अपने बच्चों को गोदी से दूर फेंक दिया मगर वह खुद हाथी की चपेट में आ गई। और महिला की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना वाली रात इतवरिया का पति हरि सिंह और उसका बड़ा बेटा अपनी रिश्तेदारी में गए हुए थे।

 जिसकी सूचना ग्रामीण द्वारा पार्क परीक्षेत्र जनकपुर को दी गई। तब वन कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और घायल बच्चों को इलाज के लिए जनकपुर सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र लाए। जानकी उम्र 4 वर्ष के दाहिने पैर में फैक्चर आया है। जिसे कल सुबह जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया जाएगा। वही छोटी बच्ची रामकली को घर भेज दिया गया है।

ग्रामीण शंकर सिंह, श्रीलालसाय सिंह, सुनील सिंह बालंद ने बताया कि इस पार्क परिक्षेत्र में हाथी के आने की सूचना कभी नहीं दी जाती है और ना ही मुनादी कराई जाती है । घटना होने के बाद ही वन कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचते हैं। यदि निगरानी दल सही तरीके से हाथियों की निगरानी किया होता और हाथी के आने के पूर्व ही सूचना दे दी होती तो हादसा टल सकता था। इसी हाथी ने एक अक्टूबर को भी रात में चार घरों को नुकसान पहुंचाया था।