आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नदारत " जर्जर छत के नीचे बैठकर बच्चे पढ़ने को मजबूर,छत से टपकता है पानी ...

Madan Tiwari

 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नदारत " जर्जर छत के नीचे बैठकर बच्चे पढ़ने को मजबूर,छत से टपकता है पानी ...

 स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को लेकर जितना संजीदा शिक्षा विभाग है, उतना ही लापरवाह महिला एवं बाल विकास विभाग बना हुआ है. जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों के अंदर बैठ कर बच्चों को पोषण आहार और खेल-खेल में शिक्षा देने का काम किया जा रहा है। हालत ये है कि यहां किसी भी समय हादसा हो सकता है. ऐसा ही दो केंद्र एम.सी.बी जिले के ग्राम पंचायत लावाहोरी अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र लावाहोरी और सादनटोला का है.यह केंद्र बेहद जर्जर स्थिति में है और कभी भी ढह जाने की स्थिति में है. अगर संचालन अवधि में हादसा हुआ, तो कई मासूमों की जान जोखिम में पड़ने की आशंका है। दोनों आंगनबाड़ी केंद्र के छत से पानी का रिसाव हो रहा है और छत में की हुई छपाई भी गिर चुकी है। छपाई गिरने के कारण छत में लगे हुए लोहे के सरिए को साफ देखा जा सकता है जिस पर जंग लगा हुआ है। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र लावाहोरी में कल 25 बच्चे आते हैं और आंगनबाड़ी केंद्र सादनटोला में 14 बच्चे पढ़ने के लिए नैनीहाल पहुंचते हैं। वहीं दोनों आंगनबाड़ी सहायिका का कहना है कि भवन जर्जर हो चुका है जिसके नीचे बच्चों को बैठाकर पढ़ाने में भी डर लगता है कि कहीं भवन का छत ना गिरे। वहीं आंगनबाड़ी केद्र सादनटोला की सहायिका प्रेमवती ने बताया की भवन जर्जर होने के कारण बच्चों को प्राथमिक शाला सादनटोला मैं बैठ रही हूं।



ग्रामीणों की सूचना पर जब दैनिक भास्कर की टीम जब जर्जर आंगनबाड़ी केद्र लावाहोरी और आंगनबाड़ी केद्र सादनटोला को देखने पहुंची तो दोनों आंगनबाड़ी केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नदारत मिली। आंगनबाड़ी केद्र लावाहोरी की सहायिका केशकली ने बताया आंगनबाड़ी कार्यकर्ता किसी काम से जनकपुर गई हुई है। वहीं आंगनबाड़ी केद्र सादनटोला की सहायिका प्रेमवती ने बताया की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता  छुट्टी में है।