सरकारी ज़मीन घोटाले में तहसीलदार-पटवारी गिरफ्तार

Madan Tiwari

 सरकारी ज़मीन घोटाले में तहसीलदार-पटवारी गिरफ्तार

  जनकपुर थाना पुलिस की कार्रवाई से राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया। वर्ष 2021 में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में कोरबा तहसीलदार सत्यपाल रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया। इसी मामले में पटवारी आशीष सिंह को भी हिरासत में लिया गया है।

जानकारी के अनुसार, सत्यपाल रॉय उस समय जनकपुर क्षेत्र में पदस्थ थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने बहरासी निवासी की शिकायत के बावजूद सरकारी ज़मीन को निजी स्वामित्व में दिखाकर बेच दिया। इस फर्जीवाड़े में पटवारी आशीष सिंह की भूमिका भी सामने आई है। वह वर्तमान में मनेंद्रगढ़ ब्लॉक में पदस्थ थे।

बुधवार को जनकपुर थाना पुलिस कोरबा तहसील पहुंची। पुलिस को देख कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। पूछताछ के बाद तहसीलदार सत्यपाल रॉय को हिरासत में लिया गया। देर शाम कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें मनेंद्रगढ़ न्यायालय में पेश किया गया। वहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

थाना प्रभारी विवेक पाटले ने बताया कि तहसीलदार और पटवारी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर सरकारी ज़मीन की बिक्री की। पुलिस ने IPC की धारा 420, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है।

इस मामले में पुलिस पहले ही एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। उसे गुरुवार को जेल भेजा गया। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। कुछ और नाम सामने आ सकते हैं।


इस कार्रवाई से राजस्व विभाग में तनाव का माहौल है। सूत्रों के अनुसार, मामला राज्य स्तर तक जा सकता है। कई अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो सकती है।


सरकारी ज़मीनों को लेकर भ्रष्टाचार के मामलों ने पहले भी प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है। लेकिन इस बार तहसीलदार और पटवारी जैसे जिम्मेदार अफसरों की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि कानून अब सख्ती से काम कर रहा है।