किसानों से धान की लूट वही टोकन ना कटने से किसान परेशान, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू के भरोसे पूरा केंद्र.....
Madan Tiwari
दिसंबर 16, 2024
किसानों से धान की लूट वही टोकन ना कटने से किसान परेशान, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू के भरोसे पूरा केंद्र.....
विकासखंड भरतपुर अंतर्गत धान खरीदी उपार्जन केंद्र कमर्जी में किसानों से धान की लूट मची हुई है। यहां किसानों से प्रति बोरी 41 किलो 200 ग्राम के आसपास धान लिया जा रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा साफ निर्देशित किया गया है कि बोरी के वजन को लेकर कुल धान की भर्ती के बाद का वजन 40 किलो 700 ग्राम का होना चाहिए। मगर किसानों से 41 किलो 200 ग्राम धान लिया जा रहा है जो गलत है। इतना ही नहीं किसानों द्वारा यही बताया गया कि धान खरीदी उपार्जन केंद्र कमर्जी में मात्र एक ही इलेक्ट्रॉनिक तराजू है जिसके भरोसे सारे किसानों का धान तौला जाता है। जिसके कारण किसानों के धान का सही मापन नहीं हो पा रहा है। केंद्र के मजदूरों द्वारा दो-तीन बोरियों का ही वजन किया जाता है जिसकी भरती 41 किलो 200 ग्राम की होती है। वही धान खरीदी उपार्जन केंद्र कमर्जी में मजदूरों की कमी भी देखी जा सकती है जिसके कारण किसानो को ही अपने धान का वजन तौलने और बोरी बांधने का काम करता है।
बुधराम सिंह, अगरसाय,राम सिंह ने बताया कि हम लोग 40 किलोमीटर दूर से टोकन कटवाने के लिए धान खरीदी केंद्र आए हुए हैं मगर हमारा टोकन नहीं काटा जा रहा है। वरदाना की कमी और धान उठाव ना होने की वजह से टोकन नहीं काटा जा रहा है ऐसा समिति प्रबंधक का कहना है।
धान खरीदी उपार्जन केंद्र कमर्जी समिति के अध्यक्ष बुद्धसेन ने कहा कि 40 किलोमीटर दूर से यहां किसान टोकन कटवाने के लिए आए हैं मगर इनका टोकन नहीं काटा जा रहा है इनका टोकन कटना चाहिए जिससे किसान अपना धान बेच सके।
धान खरीदी उपार्जन केंद्र कमर्जी के प्रबंधक संजय कुमार साहू का कहना है कि टोकन काटना इसलिए बंद कर दिया गया है क्योंकि वरदाना की कमी है। समिति में धान रखने के लिए अब पर्याप्त जगह नहीं है। केंद्र में एक गोदाम है मगर उसमें ताला बंद है जिस ताले को खुलवाने के लिए हमने उच्च अधिकारियों को लिखित आवेदन भी दिया है। वहीं उन्होंने बताया कि समिति के पास दो इलेक्ट्रॉनिक तराजू है मगर एक तराजू खराब हो जाने के कारण एक तराजू से ही धान खरीदी केंद्र में आए हुए किसानों का धान तौला जाता है।