दो आदिवासी बालिकाओं की सफल सर्जरी वही 9 महीने की गनेशिया की सर्जरी नहीं, मदद के लिए गुहार लगाती मां....

Madan Tiwari

 दो आदिवासी बालिकाओं की सफल सर्जरी वही 9 महीने की गनेशिया की सर्जरी नहीं, मदद के लिए गुहार लगाती मां....

जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से तीन आदिवासी बालिकाओं को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सर्जरी के लिए रायपुर के डी.के.एस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल भेजा गया था। जहां दो आदिवासी बालिकाओं का सफल सर्जरी हुआ वहीं भगवानपुर निवासी गनेशिया बैगा की सर्जरी अभी नहीं हो सकी। उसे डॉक्टरों ने 3 महीने बाद बुलवाया है।

ज्ञानवती का हुआ सफल ऑपरेशन:- भरतपुर तहसील के ग्राम पंचायत रामगढ़ के आश्रित ग्राम गिरवानी में आदिवासी गोंड सुग्रीव सिंह गोंड की बेटी ज्ञानवती 15 वर्ष की है जिनके पीठ के नीचे जन्म से ही एक छोटा घाव था जो काफी बड़ा हो गया था। जिसका सफल ऑपरेशन  डी.के.एस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में किया गया। जिससे परिवारजन बहुत खुशी हैं।

अंजलि बैगा के सिर में था बड़ा गांठ :- भरतपुर तहसील के ग्राम पंचायत देवगढ़ के आश्रित ग्राम छपरा टोला निवासी मुकेश बैगा की बेटी अंजलि बैगा जो 1 साल 3 महीने की है उसके के सिर में एक बड़ा सिस्ट हो गया था। जिसके कारण अंजलि बैगा को सुनाई भी नहीं देता था। मगर अंजलि बैगा का भी सफल ऑपरेशन डी.के.एस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में किया गया अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।

गनेशिया की नहीं हो सकी सर्जरी :- भरतपुर तहसील के ग्राम पंचायत भगवानपुर के आवास पारा मोहल्ला में सुखराम बैगा की बेटी गनेशिया बैगा जो 9 महीने की है जन्म से ही गनेशिया के सिर पर एक छोटा सिस्ट था। जिसके कारण आंख और नाक भी सिस्ट में घुस गया है। गनेशिया मात्र बिस्तर पर करवट ले सकती है। जिनका ऑपरेशन नहीं हो सका डॉक्टर ने उसे 3 महीना बाद सर्जरी के लिए रायपुर फिर बुलवाया है।

गनेशिया के भरण पोषण में हो रही परेशानी :- गनेशिया की मां हिरमतिया का कहना है कि बच्ची मां का दूध नहीं पीती है उसे बाहरी दूध पिलाना पड़ता है। मगर इस गरीब बैगा परिवार की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह बच्ची को खरीद कर दूध पीलवा सकें हलकी अगल-बगल से कर्ज लेकर बच्ची को दूध और खाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। शासन द्वारा मात्र सेतुआ दिया जाता है। यह गरीब बैगा परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है। हिरमतिया प्रशासन से गुहार लगा रही है कि उसकी बच्ची के भरण पोषण के लिए उसे कुछ आर्थिक सहायता दी जाए जिससे उसकी बच्ची सर्जरी होने तक स्वास्थ्य रहे और उसका वजन भी ठीक हो जाए। बच्ची का वजन अभी मात्र 6 किलो है ।

जनकपुर बीएमओ का कथन :- जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉक्टर राजीव कुमार रमन ने कहा की 2014 से हमारे यहां राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चे,आंगनवाड़ी के बच्चों का जमीनी स्तर पर सर्वे किया जाता है।यह सर्वे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किया जाता है। जिस स्तर पर उसके इलाज की आवश्यकता होती है उसे स्तर तक उन्हें पहुंचाने का काम किया जाता है। इन बच्चों को 4 महीना पहले भी रायपुर भेजा जा चुका था।

नोडल ( राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) का कथन :- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल डा. कुलदीप सिंह ने बताया कि इन तीन बच्चियों को इसके पहले भी चिकित्सा के लिए रायपुर भेजा गया था। मगर उसे समय किसी कारणवश इन बच्चियों का ऑपरेशन नहीं हो पाया था अब इन्हें दोबारा भेजा गया था । तीनों बच्चियों में दो की सफल सर्जरी की जा चुकी है वहीं एक भगवानपुर की गनेशिया बैगा की उम्र अभी 9 माह है तीन माह बाद जब वह साल भर की हो जाएगी तब उसकी सर्जरी की जाएगी।

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